छठ पूजा में नहीं किया ये काम, तो छठी मईया होंगी नाराज
तो आज हम आपको बताते है छठ पर्व पर कौन-कौन वो नियम है जिनका सही रुप से पालन करने से इस छठ महापर्व पर ( Chhath Puja 2020 ) आपकी सारी मनोकामनाए पूरी होगी. व्रत रखने वाली महिलाओं की सेवा करेंशास्त्रों के अनुसार कहा गया है कि जो महिलाएं छठ व्रत रखती है वो पावन और पवित्र मानी जाती है. और अगर उन महिलाओं की सेवा श्रद्धा भाव से किया जाए तो छठी मइया बहुत खुश होती है और मनचाही वरदान दे देती है.
- समय-समय पर हाथ धोयें
- बांस के सूप में एक दिया जलाकर पूजा करें
- तांबे का लोटे से सूर्य देवता को अर्घ्य दें
- व्रत रखने वाली महिलाओं की सेवा करें
छठ महापर्व ( Chhath Puja 2020 ) की शुरुआत हो चुकी है. छठ का महापर्व चार दिनों तक चलने वाले त्योहार है. छठ पर्व में महिलाएं 36 घटें का निर्जला व्रत रखती है. इस व्रत में बाकि व्रत के मुकाबले कठे नियम होते जिनका सही रुप से पालन करना अनिर्वाय होता है. अगर इन नियमों के पालन में जरा सी भी चूक हो जाती है तो ऐसा कहा गया है कि छठी मईया नाराज हो जाती है और परिणाम इसके उलट होते है. इसके साथ ही मान्यता है कि अगर पूजा-पाठ के दौरान अगर नियमों का पालन (Chhath Puja Rules) सही ढ़ग से किया जाता है तो छठी मईया आपकी हर इच्छा की पूर्ती करती है और इसके साथ ही मान्यता ये भी है कि छठ का प्रसाद लोगों में बांटने से छठी मइया प्रसन्न होती है. और मनचाहा वरदान देती है.
साफ-सफाई पर ध्यान दें
ऐसा कहा गया है कि किसी भी प्रकार की पूजा को सफल बनाना है तो साफ-सफाई अवश्य होनी चाहिये, यानि किसी भी तरह से गंदगी पूजा के स्थान पर नहीं होनी चाहियें. ठीक इसी प्रकार छठ पर्व पर भी साफ-सफाई पर विषेश ध्यान दें. पूजा-पाठ के समय स्वच्छता का पालन करने के साथ अपने हाथों को समय समय-समय पर धोना न भूलें. जितनी स्वच्छता होगी उनता ही पूजा-पाठ का लाभ आपको मिलेगा.
लोगों की मदद जरुर करें
छठ पर्व के लिए महिलाएं कई दिन पहले से तैयारियां करने लगती है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है, जो पैसे के अभाव के चलते छठ पूजा को अच्छी तरह से मना पाने में सक्षम नहीं होते है. ऐसे में कहा गया है कि जो महिलाएं छठ पर्व मना रही है अगर वो दूसरी महिलाएं या जरूरतमंद लोगों की मदद करती है तो इससे छठी मइया प्रसन्न हो जाती है और उन लोगों पर खूब कृपा भरसती है.
बांस के सूप का प्रयोग
बांस के सूप का प्रयोग अंत्यत शुभ माना गया है. बांस के सूप के अंदर छठी मइया को चढ़ाने वाली सारी पूजा सामाग्री को डालकर पूजा करें.
तांबे का लोटा
छठ पूजा की बात करें तो सूर्य को अर्घ्य देने की एक पूरानी परंपरा है, जो सालों से चली आ रही है. लेकिन खास बात ये ही कि तांबे के लोटे से ही सूर्य देवता को अर्घ्य देना चाहिये जो काफी शुभ माना जाता है.
जमीन पर सोएं
व्रत रखने वाली महिलाओं को व्रत के दौरान किसी भी प्रकार के बेड, पलंग या तख्त पर नहीं सोना चाहिये. छठ का व्रत रखने वाली महिलाओं को 4 दिनों तक जमीन पर ही चादर बिछाकर ही सोना चाहिए तभी छठी मईया आपकी प्रार्थना सुनती है.
नए कपड़ो का करें उपयोग
चारों दिनों तक व्रत रखने वाली महिलाओं को नये या साफ कपड़े ही पहनने चाहियें. पूजे के दौरान महिलाएं साड़ी और पुरुषों को धोती पहनना जरुरी माना गया है.