छठ पूजा 2020 की तिथि

कोरोना काल में क्या हैं छठ पूजा 2020 की तिथि, विधि और सही समय

छठ पूजा का अपना ही महत्व है. ये पर्व 4 दिन तक चलता है. इसमे 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है जिसका समापन सूर्य को अर्घ्य देकर किया जाता है.

  • आस्था का महापर्व है छठ पूजा
  • 4 दिन तक होता है छठ पूजा का महापर्व
  • उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होता है समापन
  • 21 नवंबर को व्रती महिलाएं करेंगी पारण

छठ पूजा (chhath puja): आस्था का एक ऐसा महापर्व है जिसके आने से ही रौनक का माहौल देखने को मिलता है. छठ पूजा नहाय खाय के साथ शुरू होता है और चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व का समापन किया जाता है. छठ पूजा का व्रत बहुत ही कठिन माना जाता है. दरअसल पौरणिक मान्यता के अनुसार भगवान सूर्य बुद्धि व आरोग्य के देवता माने जाते हैं. इनकी आराधना से बुद्धि-विवेक, धनधान्य और कई अन्य रोगों से मुक्ति मिलती है. इसलिए व्रत का समापन सूर्य को अर्घ्य देकर करते है.

छठ पूजा 2020 की तिथि

4 दिन तक चलता है छठ पूजा का महापर्व

छठ पूजा का महापर्व 4 दिनों तक चलता है. इस पर्व के दूसरे दिन खरना का आयोजन किया जाता है. इस दिन मीठे चावल बनाए जाते हैं. महिलाएं आज स्नान करने ध्यान और पूजा अर्चना करेंगी. जिसके बाद खरना के लिए मीठा प्रसाद तैयार किया जाएगा. और प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा. ये प्रसाद घर के बाकी सदस्यों में भी बांटा जाता है. मान्यता है कि खरना पूजा के बाद ही घर में छठी मइया का आगमन हो जाता है.

छठ पूजा 2020 की तिथि

तीसरे दिन शाम को देते हैं सूर्य को अर्घ्य

छठ पूजा के तीसरे दिन शाम को सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. ये दिन पर्व का सबसे खास दिन होता है. इस दिन ही छठी मइया की विधिवत पूजा भी की जाती है. व्रती महिलाएं नदी, सरोवर या घर के आंगन में जल इकट्ठा कर उसे साक्षी मानकर उसमें प्रवेश करके अर्चना करेंगी. मान्यता है कि चैत शुक्ल षष्ठी तिथि को जल में प्रवेश कर भगवान राम ने भी अपने कुल देवता सूर्य की पूजा की थी. इस दिन पूजा में बांस की बनी हुई टोकरी में प्रसाद को रखते हैं. टोकरी को घर का पुरूष अपने हाथों से उठाकर घाट पर ले जाता है. प्रसाद अपवित्र ना हो इसलिए इसे सिर पर रखकर घाट पर ले जाते हैं. घाट पर जाते वक्त छठ पूजा के गीत गाए जाते हैं..जो काफी शुभ माना जाता है. नदी या तालाब के किनारे जाकर महिलायें विधिवत पूजा अर्चना कर दीप जलाती है. साथ ही डूबते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देकर पांच बार परिक्रमा भी करती हैं. इस साल 2020 में छठ पूजा 20 नवंबर को है. इस दिन सूर्यादय 06:48 पर होगा और सूर्यास्त का समय 05:26 पर है.

छठ पूजा 2020 की तिथि

चौथे दिन उगते सूर्यदेव को देते हैं अर्घ्य

चौथे दिन कार्तिक शुक्ल सप्तमी की सुबह उगते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है. सूर्योदय से पहले ही व्रती महिलाएं पूजास्थल पर पहुंच जाती हैं और पूरब की ओर मुंह कर पानी में खड़ी होकर सूर्योपासना करती हैं. पूजा-अर्चना के बाद घाट की पूजा की जाती है और वहाँ उपस्थित लोगों में प्रसाद वितरण किया जाता है. जिसके बाद घर आकर महिलाएं पारण करती है. इस साल पूजा का सूर्योदय अर्घ्य और पारण 21 नवंबर को किया जाएगा. बता दें कि सुबह 06:49 पर सूर्योदय होगा और शाम को 05:25 बजे सूर्यास्त का समय है.