आगरा: भुखमरी ने ली 5 साल की मासूम की जान, प्रधान ने नहीं बनवाया राशन कार्ड

आगरा में लाकडाउन और अनलॉक के बीच एक परिवार की 5 साल की मासूम बेटी की इलाज के अभाव में मौत हो गयी.

कोरोना संक्रमण के चलते हुए लाकडाउन में मध्यम वर्गीय और निचले तबके के आदमी का जीना मुश्किल कर दिया है. बेरोजगारी का  आलम यह है कि मजदूर तबके के लोगों को परिवार के लिए दो जून की रोटी जुटाना भी मुशकिल हो रहा है.

आगरा के थाना सदर क्षेत्र में एक ऐसे ही परिवार की 5 साल की मासूम बेटी की भुखमरी और इलाज के अभाव में कल मौत हो गयी. परिवार अभी भी उसकी मौत के गम से ज्यादा रोटी की आस में टकटकी लगाए आने जाने वालों की ओर देख रहा है.

पड़ोसियों का आरोप है कि प्रधान राजेन्द्र सिंह लाकडाउन में घर से बाहर ही नहीं निकले..हम लोगों ने कोशिश करी की इनका अस्थाई राशन कार्ड बन जाये पर प्रधान से कई बार गुहार लगाने पर भी उन्होंने कोई मदद नहीं की.

इन सबके बीच सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है उसके पड़ोस में रहने वाले लोग भी मजदूरी करके जैसे तैसे पेट पाल रहे हैं..मामले में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

वही इस मामले में प्रधान राजेन्द्र सिंह का कहना है कि, उनके पास जो भी राशन कार्ड के लिए आया है हमने खुद उनके प्रार्थनापत्र पर मोहर लगवाकर उनके कागज जमा करवाये हैं।इस परिवार की हमें कोई जानकारी नहीं है।आपके द्वारा जानकारी मिली है हम अभी जाकर परिवार से मुलाकात कर उनकी सम्भव मदद का प्रयास करेंगे।