पत्रकार के परिवार को दी जाए आर्थिक सहायता की मांग को लेकर पत्रकारों ने दिया ज्ञापन

उन्नाव : चार दिन पूर्व पत्रकार सूरज पांडेय का संदिग्ध परिस्थितियों में लखनऊ कानपुर रेलवे लाइन किनारे शव मिला था। मृतक के परिजनों ने एक महिला एसआई व एक चालक सिपाही के विरूद्ध तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने व मृतक पत्रकार के परिवारिजनो को आर्थिक सहायता दिया जाए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी उन्नाव के माध्यम से भेजा है।

बताते चले कि गत 12 नवम्बर को संदिग्ध परिस्थितियों में हिंदुस्थान समाचार एजेंसी के संवाददाता सूरज पांडेय सुबह अपने घर से निकला था। काफी देर बाद घर न आने व फोन न मिलने पर परिजन काफी परेशान हुय। जिस पर उन्होंने पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पुलिस ने खोजबीन शुरू की। जिसपर एक शव संदिग्ध परिस्थितियों में लखनऊ कानपुर रेलवे लाइन किनारे पाया गया।

शव की पहचान कपड़ो से सूरज के रूप में हुई।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेज दिया था। पैनल से पोस्ट मार्टम कराया गया। देर शाम मृतक पत्रकार के पिता की तहरीर पर पुलिस ने एसआई सुनीता चौरसिया व चालक सिपाही अमर सिंह पर सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया था।

जनपद के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा। पत्रकारों ने ज्ञापन में मृतक पत्रकार के परिजनों के आर्थिक सहायता रुपया 50 लाख व परिवार में एक व्यकित को सरकारी नोकरी दिए जाने तथा आरोपी पुलिस कर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी किये जाने की माग की।

ज्ञापन देने वाले पत्रकारों में अरुण कुमार दीक्षित, सुधीर शुक्ला,अनिल अवस्थी,शेखर गुप्ता, अमित त्रिवेदी,नरेन्द्र नाथ अवस्थी,अंजनी पाठक, विशाल चौहान,अश्वनी अवस्थी,शशांक मिश्रा,सुशील यादव,आशुतोष पांडेय,अरूण अवस्थी,संकल्प दिक्षित, विशाल मौर्या, जितेंद्र मिश्रा आज़ाद ,धीरेंद्र सिंह,शुभम निगम,राजीव सिंह,मनीष तिवारी,शिवम तिवारी,वसीम अहमद,सत्यम पांडेय,राहुल पांडेय,संजय मिश्रा,राजेश कठेरिया,रामजी,अनुराज बाजपेई, नसीर खा, संजय कुमार,विजय त्रिपाठी ,गणेश शंकर गुप्ता सहित अन्य कई समाजिक संगठनों ,पत्रकार उपस्थित रहे।