बिकरु कांड में गठित SIT रिपोर्ट में 37 पुलिसकर्मी दोषी, होगी सख्त कारवाई
कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में हुए चर्चित गोलीकांड में यूपी सरकार की SIT रिपोर्ट ने कई चौकाने वाले खुलासे किये है. गठित एसआईटी रिपोर्ट में 37 पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया है.
- बिकरु कांड में 37 पुलिसकर्मी दोषी
- जेल में बंद पुलिसकर्मीयों भी होगी सख्त कारवाई
- पत्नी ऋचा दुबे के खिलाफ FIR
- ऋचा दुबे पर कमान संभालने का शक
- ऋचा समेत 18 के खिलाफ FIR दर्ज
गोलीकांड में 37 पुलिसकर्मी दोषी
CO सहित 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के मामले में गठित SIT रिपोर्ट के सामने आने के बाद 37 पुलिसकर्मी दोषी पाये गये है. इसके लेकर गृह मंत्रालय की तरफ से DGP को इन 37 पुलिसकर्मीयों के खिलाफ सख्त कारवाई करने के लिए शिफारिश की गयी है. इनमें से तत्कालीन एसपी (ग्रामीण) प्रद्युम्न सिंह, तत्कालीन सीओ (कैंट) राम कृष्ण चतुर्वेदी और वर्तमान सीओ (एलआईयू) सूक्ष्म प्रकाश के नाम सामने आये है.
जेल में बंद पुलिसकर्मीयों के खिलाफ भी कार्रवाई सख्त कारवाई के आदेश जारी
दारोगा केके शर्मा
चौबेपुर के पूर्व एसओ विनय तिवारी
पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश
बजरिया थानेदार राममूर्ति यादव
पूर्व बजरिया इंस्पेक्टर मोहम्मद इब्राहिम
शिवली के पूर्व एसओ राकेश कुमार श्रीवास्तव
रूरा के पूर्व एसओ धर्मवीर सिंह
पत्नी ऋचा दुबे के खिलाफ FIR
गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे के खिलाफ भी FIR दर्ज कर ली गयी है. फर्जी आईडी के जरिये SIM खरीदने के मामले को लेकर ऋचा दुबे के खिलाफ FIR दर्ज की गयी. चौबेपुर थाने में शस्त्र लाइसेंस व सिम को लेकर पुलिस ने पत्नी ऋचा, पिता-भाई समेत 18 के खिलाफ FIR दर्ज कि है. बता दें विकास दुबे के भाई दीपक दुबे, पत्नी अंजलि दुबे को भी शस्त्र लाइसेंस को लेकर दोषी पाया गया है.
ऋचा दुबे पर कमान संभालने का शक
SIT की रिर्पोट के बाद तुंरत एक्शन लेते हुए पर कानपुर पुलिस ने ऋचा दुबे पर FIR दर्ज कर दी है. इसके बाद लगातार चर्चा थी विकास दुबे की मौत के बाद ऋचा दुबे विकास का छोड़ा हुआ साम्राज्य को आगे बढ़ा सकती है. जिसको लेकर ऋचा दुबे पर कारवाई करते हुए FIR कर दी गयी है.
3200 पन्नों की SIT रिपोर्ट
तकरीबन 3200 पन्नों में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है. जिसमें से 700 पन्नों में पुलिस और अपराधियों के बीच सांठगांठ और मिलीभगत का काला कच्चा चिट्ठा उजागर हुआ है.
बिकरु गोलीकांड में अब तक का UPDATE
2 जुलाई को विकास दुबे को पकड़ने कानपुर के 3 थानों की पुलिस फोर्स बिकरु बिकरू गांव पहुँची थी. जिसमें विकास दुबे की गैंग ने सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी.
3 जुलाई को बड़ी कारवाई करते हुए पुलिस ने विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और अतुल दुबे का एनकाउंटर किया. वहीं 60 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
5 जुलाई को पुलिस ने विकास के नौकर कल्लू अग्निहोत्री को धर दबोचा थी जिसने विकास के मंसूबों का खुलासा किया था.
8 जुलाई को STF ने अमर दुबे को मार गिराया वहीं प्रभात मिश्रा के साथ 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया था. प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया था
9 जुलाई को आरोपी विकास दुबे को एमपी के उज्जैन से एमपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था
10 जुलाई को विकास दुबे का एनकाउंटर किया गया था