प्राथमिक स्तर के बच्चे के बीच प्रतियोगिता परीक्षा अयोजित।

आत्मनिर्भर सेना अब अपने मूल उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए ग्राउंड लेवल पर कार्यक्रम को प्रारंभ कर दिया है।बिहार और विशेष कर सीतामढ़ी की मूलभूत समस्या प्राथमिक शिक्षा को लेकर है जहां ग्रामीण पृष्ठभूमि के बच्चों को विद्यालय से तो जोड़ा गया है किंतु उनमें शिक्षा के महत्व और उद्देश्य शायद ही पता है और शिक्षा के माध्यम से इन बच्चों के जीवन में कैसे गुणात्मक परिवर्तन भी हो सकता है, इसकी समझ भी शायद ही हो। आत्मनिर्भर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार का मानना है कि हमे समाज मे बदलाव के लिए वर्तमान और भविष्य दोनों को ध्यान में रखकर काम करना होगा तभी हमारा पंचायत आत्मनिर्भर होगा और देश आत्मनिर्भर बनेगा। प्राथमिक स्तर पर बच्चों को शिक्षा के महत्व को बताने के लिए साथ ही बच्चों को शिक्षा के प्रति रुचि जागृत करने एवं उनका भविष्य शिक्षा के द्वारा ही बेहतर हो सकता है। इन्ही पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आज प्राथमिक स्तर के बच्चों के बीच आत्मनिर्भर सेना के स्वयंसेवक जिला अध्यक्ष गुलशन कुमार के नेतृत्व में डूमरा प्रखंड स्थित भूपभैरो कांटा चौक के समीप एक निजी शिक्षण संस्थान में बच्चों को एक सामान्य विषय से संबंधित 20 प्रश्नों का एक प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन कराया गया ,जिसमें बच्चों ने अत्यंत उत्शाहपूर्वक भाग लिया जिसमे 5 बच्चों ने सभी प्रश्नों का सही जबाव देकर अव्वल रहें।साथ ही अन्य बच्चों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के परिणामस्वरूप विजेता बच्चों के साथ ही सभी बच्चों को नोटबुक, पेन बिस्किट, चॉकलेट के साथ मास्क दिया गया ।संस्था के संचालक कृष्णनंदन लक्ष्य ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन सी और मार्गदर्शन से बच्चों में निरंतर एक नया उतसाह जागेगा और बच्चे शिक्षा और समाज के प्रति अपनी भूमिका को बेहतर रूप से निभाएगा।इस अवसर पर संस्था की ओर से रोहित शर्मा, ऋषभ कुमार, सत्यम कुमार एवं अन्य उपस्थित थे।